Bansawali Kaise Banaye? 15 दिनों के अंदर इन दस्तावेजों से घर बैठे बनाए वंशावली

Bansawali Kaise Banaye?: बिहार सरकार ने भूमि रिकॉर्डों को डिजिटल रूप से संरक्षित करने और भूमि विवादों को कम करने के उद्देश्य से राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा बिहार में भूमि सर्वेक्षण की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत, भूमि मालिक अब अपनी ज़मीन का सर्वेक्षण करवा सकते हैं और अपने भूमि रिकॉर्ड को ऑनलाइन देख सकते हैं। यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से उपलब्ध है। इस सर्वे के एक जरूरी दस्तावेज लग रहा है जिसका नाम है बंशावली, इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको वंशावली से संबंधित सारी जानकारी देंगे ।

Bansawali Kaise Banaye: कई बार हमें अपनी संपत्ति का बंटवारा करने के लिए वंशावली प्रमाण पत्र की जरूरत होती है। वंशावली एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है। जो हमारी जमीन को खरीदने या बेचने का अधिकार हमें देता है। अगर हमें पैतृक संपत्ति प्राप्त हुई है तो उसके बंटवारे के लिए या उस पर अपना हक जमाने के लिए हमें वंशावली सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। अब वंशावली बनाना पहले के मुकाबले काफी आसान हो गया है। हाल ही में बिहार सरकार ने वंशावली प्रमाण पत्र बनाने की नई प्रक्रिया शुरू की है। अगर आप भी यह जानना चाहते हैं कि वंशावली कैसे बनाएं, तो इस आर्टिकल को ध्यान से पूरा अंत तक पढ़ें!

वंशावली कैसे बनती है ?: वंशावली बनवाने के लिए आपको सिर्फ ₹10 का भुगतान करना होगा। यह शुल्क आप संबंधित कार्यालय में जमा कर सकते हैं। आवेदन जमा करने की जगह और प्रक्रिया के बारे में हमने नीचे सारी जानकारी विस्तार से दी है। अगर आप जानना चाहते हैं कि वंशावली कैसे बनेगी, तो नीचे दी गई जानकारी एक बार जरूर पढ़ें।

Bansawali Kaise Banaye Process Details

आर्टिकल का नाम वंशावली कैसे बनाए?
आर्टिकल का प्रकार Certificate Issue
सर्टिफिकेट का नाम वंशावली
विभाग राजस्व भूमि सुधार विभाग बिहार सरकार
आवेदन प्रक्रिया ऑफलाइन
कितने दिनों मे बनता है 15 दिन
आवेदन फी Rs. 10/-
आधिकारिक वेबसाईट state.bihar.gov.in/main/CitizenHome.

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वंशावली प्रमाण पत्र क्या है?

“वंशावली प्रमाणपत्र” एक ऐसा दस्तावेज़ है जिसमें किसी परिवार के सदस्यों की जानकारी होती है, जैसे कि उनके पूर्वजों से लेकर आज तक के सभी लोग। ये दस्तावेज़ कई कामों के लिए उपयोगी होते हैं। खासकर किसानों के लिए ये जरूरी है, क्योंकि उन्हें अपनी कृषि भूमि अपने पूर्वजों से मिलती है। अगर वे कृषि विभाग की किसी योजना का फायदा उठाना चाहते हैं, तो उन्हें वंशावली जैसे दस्तावेज़ दिखाने पड़ते हैं।

Bansawali Kaise Banaye

Bansawali Kaisa Hota Hai?

देखिए, वंशावली कई जगहों पर अलग-अलग तरीके से बनाई जाती है, लेकिन इसका मूल प्रारूप लगभग एक जैसा होता है। यह आपके पूर्वजों, जैसे दादा, परदादा और पिता, के बारे में जानकारी देता है। इससे आप अपने पूर्वजों की संपत्ति पर अधिकार प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, सरकार की कई योजनाओं में भी वंशावली की जरूरत होती है।

वंशावली के उपयोग क्या है ?

अगर आपके दादा, परदादा या किसी पूर्वज ने आपके लिए संपत्ति रखी है, तो उस पर अधिकार पाने के लिए आपको वंशावली की जरूरत होगी। जैसे, अगर कोई जमीन आपके दादा या परदादा के नाम पर है, तो उस पर पूरी तरह से नियंत्रण पाने के लिए आपको वंशावली दिखानी पड़ेगी। इसके अलावा, कई सरकारी योजनाएं भी हैं जिनका लाभ उठाने के लिए वंशावली जरूरी होती है।

Bansawali बनवाने के लिए क्या-क्या दस्तावेज लगेंगे?

वंशावली के लिए आवश्यक दस्तावेज:

  1. शपथ पत्र जिसमें वंशावली का विवरण हो।
  2. स्थानीय निवास प्रमाण पत्र, जैसे:
  • जमीन का दस्तावेज
  • आधार कार्ड
  • वोटर आईडी कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • मैट्रिक या अन्य प्रमाण पत्र
  1. लिखित आवेदन पत्र
  2. ₹10 का शुल्क (नगद)।
  3. मोबाइल नंबर

इन सभी दस्तावेजों के साथ आप वंशावली के लिए आवेदन कर सकते हैं।

वंशावली कैसे बनाए?

आप अपनी वंशावली दो तरीकों से बना सकते हैं:

  1. ग्राम पंचायत के सरपंच के माध्यम से:
  • इसके लिए आपको पहले पंचायत कार्यालय जाकर आवेदन करना होगा।
  • आवेदन के बाद, सरपंच आपकी वंशावली जारी कर देंगे।
  1. कोर्ट से:
  • अगर आपको कोर्ट से वंशावली चाहिए, तो सबसे पहले आपको अपने जिला कोर्ट जाना होगा।
  • वहां पर एक फॉर्म भरकर आवेदन देना होगा।
  • इसके बाद, कोर्ट आपकी वंशावली बना देगी।

आपको जिस प्रकार की वंशावली चाहिए, उसके अनुसार आप सही तरीका चुन सकते हैं।

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